-माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने 7 हजार से बढ़ाकर 15 हजार की श्रद्धालुओं की संख्या
-1 नवंबर से 30 नवंबर तक जारी रहेगा यह आदेश
एसएस ब्यूरो/ जम्मू
माता वैष्णों देवी के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। श्री माता वेष्णो देवी भवन में माता के दर्शन के लिये तीर्थयात्रियों की अधिकतम संख्या को सात हजार से बढ़ा कर 15 हजार कर दिया है। सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी नए दिशा-निदेर्शों के मुताबिक अब वेष्णी देवी भवन में प्रतिदिन सात हजार के बजाए 15 हजार तीर्थयात्री दर्शन कर सकेंगे। यह फैसला एक नवंबर से लेकर 3० नवंबर तक लागू रहेगा। इसके बाद स्थिति को देखते हुये फैसला लिया जायेगा।
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एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह सचिव ने राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (एनईसी) के अध्यक्ष के रूप में कंटेनमेंट जोन (रेड जोन) में 3० नवंबर तक लॉकडाउन बढ़ाने के लिये दिशा-निर्देश जारी किये हैं। कंटेनमेंट जोन के बाहरी इलाकों में अनलॉक के दिशा-निदेर्शों को जारी रखा है। आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 24 के तहत प्रदत्त शक्तियों के प्रयोग से राज्य कार्यकारी समिति ने भी इन्हीं दिशा-निदेर्शों को जारी रखने का आदेश दिया है।
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उन्होंने बताया कि अब एक नवंबर से श्री माता वैष्णो देवी की कटरा यात्रा जाने की स्वीकार्य सीमा को बढ़ाकर 15 हजार कर दिया गया है और सभी प्रोटोकाल तथा दिशानिर्देश 31 नवंबर तक प्रभावी होंगे। दर्शन के दौरान मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का श्रद्धालुओं को पालन करना होगा। अनावश्यक भीड़ से बचने के लिए यात्रियों को ऑनलाइन ही रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। साथ ही साथ कटरा अर्धकुंवारी और माता के भवन के पास रुकने की व्यवस्था भी सुचारु रूप से चलेगी।
हटाई बाहरी श्रद्धालुओं की सीमा
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और प्रशासन ने बाहरी श्रद्धालुओं की सीमा को भी खत्म कर दिया है। अब 15 हजार में से कितने भी श्रद्धालु बाहरी राज्यों के हो सकते हैं। इससे पहले बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सीमा तय थी। लेकिन अब भी श्रद्धालुओं को पहले से दर्शन के लिए अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके साथ ही अभी 10 साल से कम आयु वाले बच्चों को दूसरे राज्यों से दर्शन के लिए कटरा आने की अनुमति नहीं दी गई है।
अनलॉक-5 में मिली थी राहत
गौरतलब है कि 15 अक्टूबर से अनलॉक-5 में धार्मिक समारोह को लेकर कई तरह की गतिविधियों में छूट के साथ वैष्णो देवी भवन में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमा 5 हजार से बढ़ाकर 7 हजार कर दी गई थी। अब यही संख्या 15 हजार कर दी गई है। त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित यह धर्मस्थल कोविड-19 महामारी के चलते करीब पांच महीने तक बंद रहने के बाद 16 अगस्त को खुला था। शुरू में प्रशासन ने 2 हजार श्रद्धालुओं को ही अनुमति दी थी। जिसमें बाहर के बस 100 तीर्थयात्रियों को ही इजाजत थी। फिलहाल श्रद्धालुओं का ऑनलाइन पंजीकरण जारी रहेगा। भवन, अर्धकुवारी, कटरा और जम्मू में बोर्ड के लॉज सभी निर्धारित एसओपी के अनुपालन के साथ खुले हैं।
श्रद्धालुओं को 5 लाख रूपये का दुर्घटना बीमा
श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने वैष्णोदेवी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पांच लाख रूपये के मुफ्त दुर्घटना बीमा की व्यवस्था की है। यह व्यवस्था साल 2018 से चालू है। इससे पहले 1 लाख रूपये के दुर्घटना बीमा की व्यवस्था थी। इसके अलावा नजदीकी क्षेत्र में ट्रॉमा पीड़ितों का मुफ्त इलाज भी किया जायेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक वैष्णोदेवी आने वाले पांच साल से अधिक आयु के श्रद्धालुओं में प्रत्येक का दुर्घटना बीमा कवर तीन लाख रूपये से बढ़ाकर पांच लाख रूपये कर दिया गया है और पांच साल से कम उम्र के श्रद्धालुओं का तीन लाख रूपये का बीमा कवर है जो इससे पले एक लाख रूपये था।