एटूजैड न्यूज की खबर का असरः एक बार फिर सील हुआ करोलबाग का विवादित एनडी मॉल… बीजेपी ने माना निगम में बड़ा भ्रष्टाचार

-सोमवार को करोलबाग जोन की टीम ने की सीलिंग की कार्रवाई
-2013 से कागजों में सील चल रहा था बीडनपुरा का एनडी मॉल
-कार्रवाई के साथ ही उठी बिल्डर माफिया की गिरफ्तारी की मांग

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
एटूजैड न्यूज की खबर का बड़ा असर सामने आया है। 2013 से कागजों में सील चला आ रहा करोलबाग के बीडनपुरा इलाके का एनडी मॉल निगम के बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों ने एक बार फिर सील कर दिया। नगर निगम ने सीलिंग की यह कार्रवाई सोमवार 20 सितंबर को की। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इस मामले में भ्रष्टाचार का मामला उठाते हुए बीजेपी शासित नगर निगम के इस कारनामे पर कड़ी आपत्ति जताई थी। बता दें कि नगर निगम के भ्रष्टाचार के इस बड़े मामले की खबर को सबसे पहले एटूजैड न्यूज ने ब्रेक किया था।

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बीजेपी शासित नगर निगम द्वारा की गई सीलिंग की इस कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि पार्टी ने एक बार फिर से स्वीकार लिया है कि नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर है। बताया जा रहा है कि कुछ नेताओं-अधिकारियों और बिल्डर माफिया के गठजोड़ के चलते करोलबाग इलाके में कई इमारतों का निर्माण अवैध रूप से कराया गया है। नगर निगम ने एनडी मॉल के अलावा भी कई बिल्डिंगों को बुक कर रखा है। लेकिन उनमें से ज्यादातर बिल्डिगों की सील तोड़कर धड़ल्ले से कारोबार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बिल्डर माफिया के गठजोड़ में सत्ताधारी बीजेपी के कई नेता शामिल हैं।
जानें पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक करोलबाग जोन के अजमल खां रोड स्थित (बीडन पुरा) की संपत्ति संख्याः 2734/37/ 2720-21, गली संख्याः 23 एवं 24 में नियमों को ताक पर रखकर एक बहुमंजिला इमारत (मॉल) बनाई गई थी। यह बिल्डिंग मुकेश गर्ग और पन्ना लाल सर्राफ की बताई जा रही है। करोलबाग जोन के बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों ने इस इमारत को सभी तलों पर अवैध निर्माण के चलते बुक कर लिया था। इसके पश्चात इसके मामले में प्रॉपर्टी (मॉल के) मालिकों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गये थे। तत्पश्चात करोलबाग जोन के बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों ने इस बिल्डिंग को साल 2013 में सील कर दिया था। लेकिन बताया जा रहा है कि अपनी पहुंच का फायदा उठाते हुए बिल्डर माफिया ने बिल्डिंग को डीसील कराने के बजाय खुद ही सील को तोड़ दिया था। इसके पश्चात नगर निगम की ओर से इस बिल्डिंग को दोबारा से सील किया गया था और प्रॉपर्टी ऑनर्स के खिलाफ करोलबाग थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।

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लेकिन बाद में इस हमॉल की सील को फिर से तोड़ दिया गया और अधिकारियों व कुछ सत्ताधारी दल के नेताओं की मिलीभगत से इसे खोल दिया गया और इस बिल्डिंग में बड़े-बड़े शोरूम खोल दिये गये। बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने यह मॉल बनाया है, करोलबाग इलाके में इनकी ऐसी कई बड़ी प्रॉपर्टी हैं और सभी को नियम-कायदे और कानूनों को ताक पर रखकर बनाया गया है। इनमें से ज्यादातर संपत्तियों के खिलाफ नगर निगम ने कानूनी कार्रवाई तो की है, लेकिन यह कार्रवाई केवल कागजों तक सिमट कर रह गई है।
उठी बिल्डर माफिया की गिरफ्तारी की मांग
करोलबाग के बीडनपुरा में स्थित एनडी मॉल की एक बार फिर से सीलिंग होने के बाद अब बिल्डर माफिया की गिरफ्तारी की मांग जोर पकड़ने लगी है। इससे पहले भी जब मॉल की सील टेंपर की गई थीं तो इसके ऑनर्स के खिलाफ सील टैंपरिंग की एफआईआर करायी गई थी। लेकिन इसके बावजूद जब इसे दोबारा सील किया गया था तो फिर से सील टैंपरिंग करके इसमें अरबों रूपये का कारोबार सजा दिया गया था। अब एक बार इस मॉल को तीसरी बार सील किया गया है। यदि सीलिंग की कार्रवाई की गई है तो ऑनर्स के साथ उस बिल्डर माफिया को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए, जो इस भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार है।
बीजेपी के पूर्व महापौर ने की थी शिकायत
बता दें कि करोलबाग जोन के बिल्डिंग विभाग में चल रहे बड़े स्तर के भ्रष्टाचार और बिल्डर माफिया के हावी होने की शिकायत उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर और बीजेपी नेता रविंद्र गुप्ता ने की थी। शिकायत में 21 ऐसी संदिग्ध संपत्तियों की सूची दी गई है, जो या तो अवैध निर्माण के जरिये बनाई गई हैं, या फिर उनके साथ कुछ दूसरे मामले जुड़े हुए हैं। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में ऐसी ही कुछ और इमारतों के खिलाफ सीलिंग या तोडफोड़ की कार्रवाई की जा सकती है।