दिल्ली बीजेपी में कलहः आपस में ही भिड़ रही महिला मोर्चा पदाधिकारी

-प्रदेश अध्यक्षा व प्रदेश पदाधिकारियों के बीच चल रही खींचतान

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में नगर निगम चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एक ओर आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर लगातार हमलावर है, दूसरी ओर हाल ही में भ्रष्टाचार के आरोप में तीन पार्षदों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाये जाने के बाद पार्टी के अन्य निगम पार्षदों में प्रदेश नेतृत्व के प्रति भारी नाराजगी है। खुद दिल्ली प्रदेश बीजेपी नेताओं में आपसी खींचतान बढ़ती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी महिला मोर्चा की कुछ पदाधिकारियों ने अपने नेतृत्व के साथ प्रदेश नेतृत्व की शिकायत पार्टी आलाकमान से की है।

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ताजा मामला दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा से जुड़ा हुआ सामने आया है। सूत्रों का कहना है कि महिला मोर्चा में प्रदेश अध्यक्षा योगिता सिंह और महिला मोर्चा की अन्य कई पदाधिकारियों के बीच दूरियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। आरोप है कि महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष इससे पहले अपने साथ रही प्रदेश उपाध्यक्ष की ही बात सुनती है, जो कि वर्तमान में उनके साथ महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री भी हैं। उनके अलावा वह ज्यादातर पदाधिकारियों के साथ दूरी ही बनाये रखती हैं।

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पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि महिला मार्चा की प्रदेश अध्यक्षा ने महिला मोर्चा की ही अपनी एक प्रदेश महामंत्री, एक प्रदेश उपाध्यक्ष और दूसरे कई पदाधिकारियों के साथ तो छत्तीस का आंकड़ा अपना रखा है। आरोप है कि इन लोगों को तो महिला मोर्चा द्वारा लिये जाने वाले निर्णयों के समय भरोसे में ही नहीं लिया जाता। सूत्रों का कहना है कि पार्टी के दो उपाध्यक्षों व मीडिया विभाग के एक पदाधिकारी के द्वारा दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा को चलाया जा रहा है।

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सूत्रों का यह भी कहना है कि महिला मोर्चा की पदाधिकारियों में इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस और उससे पहले प्रदेश महिला मोर्चा के कार्यक्रमों के आयोजनों के बाद जारी की गई मीडिया रिलीज में प्रदेश अध्यक्षा ने अपने इन पदाधिकारियों के नाम तक नहीं लिखवाये थे। यही कारण है कि दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा के पदाधिकारियों में महिला मोर्चा नेतृत्व के साथ ही प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ भी नाराजगी बढ़ती जा रही है।