दिल्लीः एक नहीं होंगे नगर निगम… अप्रैल में होगा तीनों निगमों का चुनाव

-रोटेशन के चलते नहीं होगा तीनों नगर निगमों का एकीकरण

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
तीनों नगर निगमों के एक करने के मामले में बड़ी खबर है। अब तीनों नगर निगमों का एकीकरण नहीं होगा। दिल्ली के तीनों नगर निगमों की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने निगमों को एक करने के मासले पर विचार बंद कर दिया है। सूत्रों के हवाले से पहले जहां उत्तरी, दक्षिणी एवं पूर्वी दिल्ली नगर निगमों को एक करने की खबरें आ रही थीं, वहीं अब फैसला किया गया है कि 2012 और 2017 के हिसाब से ही तीनों नगर निगमों का चुनाव कराया जायेगा।

यह भी पढ़ेंः दिल्लीः ज्यादातर पार्षद चुनावी रेस से बाहर… जनवरी में ही होगा रोटेशन का ऐलान

बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि पार्टी नेतृत्व ने तीनों नगर निगमों को एक करने पर विचार करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य चुनाव आयोग पहले ही तीनों नगर निगमों की सभी 272 सीटों पर रोटेशन के आधार पर चुनाव कराने की तैयारी में जुटा है। ऐसे में पार्टी को अपने निगम पार्षदों या कहें कि उम्मीदवारों के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी का डर नहीं रहा है। 2017 में सभी चेहरे नये उतारने की वजह से बीजेपी को 2007 और 2012 से भी ज्यादा बड़ी विजय मिली थी।

यह भी पढ़ेंः राजधानी में और बिगड़ेगा मौसम का मिजाज… होगी बारिश और बढ़ेगी कड़कड़ाती ठंड

उन्होंने कहा कि निगम वार्डों के रोटेशन की वजह से पार्टी के ज्यादातर उम्मीदवार बदल जायेंगे। ऐसे में 2022 के निगम चुनाव में नये चेहरों के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर अपने आप कम हो जायेगी। हालांकि रोटेशन का फायदा आम आदमी पार्टी को भी मिलेगा, क्यों कि ‘आप’ के कुछ निगम पार्षदों की छवि भी खराब बनी हुई है। रोटेशन की वजह से ‘आप’ को भी अपने चेहरे बदलने पड़ेंगे। लेकिन 15 वर्षों से सत्ता में होने की वजह से इसका अधिकतम लाभ बीजेपी को ही होगा।
अलग निगम रहने से सत्ता में वापसी की ज्यादा उम्मीद
बीजेपी के एक और वरिष्ठ नेता ने माना कि इस बार पार्टी के लिए निगम चुनाव पहले की तरह आसान नहीं होगा। ऐसे में यदि तीनों निगम एक कर दिये जाते हैं तो खतरा और बढ़ जायेगा। यदि तीनों निगमों का चुनाव अलग अलग होता है तो बीजेपी एक या दो नगर निगमों की सत्ता में वापसी भी कर सकती है। यही कारण है कि बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने फिलहाल दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक करने पर विचार करने के बजाय अपना पूरा ध्यान पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर लगा दिया है।
अप्रैल में होगा निगम चुनाव!
तीनों नगर निगमों का वर्तमान कार्यकाल अप्रैल 2022 में पूरा हो रहा है। निर्वाचन आयोग के सूत्रों का कहना है कि इसी आधार पर राज्य निर्वाचन आयोग ने अप्रैल में चुनाव कराने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। जनवरी महीने में ही सभी 272 सीटों (वार्डस) के रोटेशन का ऐलान किया जा सकता है और मार्च के महीने में निगम चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। बता दें कि पिछले सप्ताह ही राज्य निर्वाचन अयोग ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर सीटों के रोटेशन पर सुझाव मांगे थे।