-एक महिला को प्रदेश महामंत्री बनाने पर जारी कशमकश
-प्रदेश संगठन में जातिगत संतुलन बनाने पर रस्साकसी
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के गठन की प्रक्रिया जोरों पर है। सबसे ज्यादा रस्साकसी महामंत्री के पद को लेकर चल रही है। पार्टी में तीन प्रदेश महामंत्री बनाए जाते हैं। लेकिन इस बार बनिया बिरादरी से प्रदेश अध्यक्ष होने की वजह से महामंत्री पद पर बनिया बिरादरी के नेताओं का पत्ता कट गया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश में एक महिला महामंत्री बनाए जाने को लेकर भी रस्साकसी जारी है। देखना यह होगा कि कौन किसके ऊपर भारी पड़ता है।
यह भी पढ़ेंः- सोमवती अमावस्या का दुर्लभ संयोग… जानें किसका बन रहा राजयोग
दिल्ली बीजेपी में महामंत्री पद के लिए पुरूष नेताओं में कुलजीत सिंह चहल, हर्ष मल्होत्रा, अभय वर्मा, राजीव बब्बर, विरेंद्र सचदेवा, पंकज जैन, आशीष सूद, अशोक गोयल देवराहा, राजेश भाटिया, विक्रम बिधूड़ी और जयवीर राणा के नाम चर्चा में हैं। जबकि महिला नेताओं में महामंत्री पद की दौड़ में कमलजीत सहरावत, रेखा गुप्ता, पूनम पाराशर झा, शिखा राय और प्रीति अग्रवाल के नाम शामिल बताए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः- अब ज्यादा सुरक्षित होंगे उपभोक्ताओं के अधिकार… आ गया कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट
पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक महामंत्री पद पर बनिया बिरादरी के नेताओं में कड़ी टक्कर है। इस बार शायद बनिया बिरादरी से इस पद पर किसी को नहीं रखा जाए। क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता खुद बनिया बिरादरी से आते हैं। ऐसे में अशोक गोयल, रेखा गुप्ता और प्रीति अग्रवाल को मौका मिलने की कम उम्मीदें हैं। हालांकि अशोक गोयल को राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह का आशीर्वाद प्राप्त है।
यह भी पढ़ेंः- वेटिंग की टेंशन खत्म… अब सबको मिलेगा कन्फर्म टिकट
कुछ इसी तरह की टक्कर पंजाबी बिरादरी के महामंत्री पद के दावेदारों में देखने को मिल रही है। इस बिरादरी से आने वालों में आशीष सूद, हर्ष मल्होत्रा, विरेंद्र सचदेवा, राजीव बब्बर और राजेश भाटिया के नाम शामिल हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन और प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता का झुकाव हर्ष मल्होत्रा की तरफ ज्यादा है।
यह भी पढ़ेंः- बिजली के फिक्स चार्ज और एवरेज बिल के खिलाफ बीजेपी का बिजली आंदोलन शुरू
इसी तरह महिला नेताओं में भी महामंत्री पद के लिए कड़ी टक्कर है। कमलजीत सहरावत, शिखा राय, रेखा गुप्ता, पूनम पाराशर और प्रीति अग्रवाल इस पद के लिए कोशिश में जुटी हैं। क्योंकि जातिगत समीकरण एक-दूसरे को बड़ी जिम्मेदारी से दूर कर सकते हैं। यदि पार्टी की ओर से कमलजीत सहरावत को महामंत्री पद के लिए मौका दिया जाता है तो कुलजीत सिंह चहल का पत्ता साफ हो सकता है। यदि इसके उलट होता है तो पूनम पाराशर को महामंत्री बनाया जा सकता है।
पूर्वांचल, पंजाबी और लोकल का समीकरण
दिल्ली बीजेपी से जुड़े विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि पार्टी महामंत्री पद के लिए पूर्वांचल, पंजाबी और लोकल (यानी जाट या गूजर) में से एक-एक को मौका देने पर विचार कर रही है। पूर्वांचली नेताओं में अभय वर्मा (विधायक) पार्टी की पसंद बन सकते हैं। अभय वर्मा को प्रेदश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के साथ कई दूसरे नेताओं का समर्थन भी प्राप्त है। यदि ऐसा होता है तो पूनम पाराशर को मौका मिलना मुश्किल है।
यह भी पढ़ेंः- प्रदेश नेतृत्व की सुस्ती से दिल्ली CONGRESS में नाराजगी!
दूसरी ओर पंजाबी बिरादरी से हर्ष मल्होत्रा की दावेदारी ज्यादा मजबूत बताई जा रही है। हालांकि आशीष सूद और राजीव बब्बर भी कमजोर दावेदार नहीं हैं। यदि तीनों के नामों को लेकर पार्टी नेतृत्व को कोई असमंजस होता है तो विरेंद्र सचदेवा को भी मौका दिया जा सकता है। यदि फिर भी कोई विवाद रहता है तो पंकज जैन महामंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार माने जा सकते हैं।
पार्टी नेतृत्व महामंत्री की एक सीट पर किसी लोकल यानी स्थानीय नेता को रखना चाहता है। इनमें कमलजीत सहरावत, विक्रम बिधूड़ी और जयवीर राणा के नाम लिये जा रहे हैं। यदि पार्टी किसी महिला को मौका देती है तो कमलजीत सहरावत को यह पद मिल सकता है। जबकि किसी पुरूष नेता पर विचार किया जाता है तो फिर विक्रम बिधूड़ी के हाथ सफलता लग सकती है।