-गुटबाजी तेज, अपनों को महापौर बनाने की कवायद जारी
-प्रदेश नेतृत्व ने की चर्चा, बुधवार को होगा नामांकन
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
महापौर के चुनाव को लेकर दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी तेज हो गई है। अलग अलग धड़ों में बंटे नेता अपने-अपने चहेतों को महापौर बनाने के लिए शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश के नेताओं के साथ गाटियां बैठाने में जुट गए हैं। दूसरी ओर सोमवार को प्रदेश बीजेपी के शीर्ष नेताओं की बठक में महापौर के नामों पर विचार किया गया।
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बता दें कि दिल्ली में तीनों नगर निगमों में महापौर व उपमहापौर का चुनाव होना है। इसके लिए बुधवार को नामांकन की अंतिम तारीख रखी गई है। 24 जून को चुनाव होने हैं और इसके साथ ही नए महापौर और उपमहापौर की विधिवत घोषणा की जाएगी। इसके लिए पार्षदों से लेकर उनके गुट के नेताओं तक की जोरआजमाइश अंतिम दौर में पहुंच चुकी है।
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प्रदेश बीजेपी की ओर से महापौर पद के लिए प्रदेश व जिला पदाधिकारियों और निगम पार्षदों फोन के जरिए रायशुमारी की गई है। इसके बाद प्रदेश का शीर्ष नेतृत्व नामों को अंतिम रूप देने में जुट गया है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष की तरह इस बार महापौर के चेहरे भी उम्मीद से हटकर हो सकते हैं।
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सूत्र बताते हैं कि तीनों नगर निगमों के लिए अलग अलग 8 से 10 नाम आए हैं। उत्तरी दिल्ली में 104, दक्षिणी दिल्ली में 104 और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 64 वार्ड हैं। लेकिन किसी भी नेता का नाम एक दर्जन से ज्यादा पार्षदों या पदाधिकारियों ने नहीं लिया है।
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कारण है कि अगले पौने दो साल में दिल्ली में तीनों नगर निगमों का चुनाव होना है। लेकिन जिस तरह से तीनों नगर निगमों में पिछले कुछ समय से भ्रष्टाचार की खबरों ने जोर पकड़ा है। उससे निगमों की छवि खराब हुई है। दूसरी ओर निगम के अधिकारियों ने भी निगम की छवि सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं किए। इसके चलते उत्तरी दिल्ली नगर निगम की हालत तो और भी खराब होती जा रही है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में अलग अलग गुटों के नेता महापौर बनने की दौड़ में शामिल हैं। दौड़ में शामिल लोगों में सबसे ऊपर जय प्रकाश (जेपी) का नाम बताया जा रहा है। वह फिलहाल स्थायी समिति के अध्यक्ष भी हैं। उनके अलावा यहां महापौर बनने की दौड़ में योगेश वर्मा, विपिन मलहोत्रा, विनीत वोहरा के नाम बताए जा रहे हैं। यहां नेता सदन तिलकराज कटारिया भी महापौर बनने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं। हालांकि यहां वर्तमान महापौर अवतार सिंह और पूर्व महापौर प्रीति अग्रवाल भी दोबारा महापौर बनने की दौड़ में शामिल हैं।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में महापौर की दौड़ में सबसे ऊपर भूपेंद्र गुप्ता का नाम है। दरअसल भूपेंद्र गुप्ता स्थायी समिति के अध्यक्ष भी हैं। उनके अलावा नंदिनी शर्मा और सुभाष भड़ाना के नाम भी महापौर की दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं। खास बात है कि यहां पार्किंग माफिया के नाम से मशहूर एक नेताजी भी महापौर बनने की दौड़ में शामिल हो गए हैं।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम
पूर्वी दिल्ली नगर निगम दिल्ली का सबसे छोटा निगम है। यहां केवल 64 वार्ड हैं। लेकिन पद के दावेदारों में यहां भी कोई कमी नहीं है। इनमें सबसे पहला नाम निर्मल जैन का बताया जा रहा है। निर्मल जैन फिलहाल पूर्वी निगम में नेता सदन हैं। उनके अलावा यहां प्रमोद गुप्ता, कंचन माहेश्वरी और हिमांशी पांडे भी महापौर पद की दावेदार बताए जा रहे हैं।
आई-वॉश है रायसुमारी?
महापौर पद के लिए कराई कई रायशुमारी पर दिल्ली बीजेपी में ही सवाल उठने लगे हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि महापौर और उपमहापौर पद के लिए कराई गई रायशुमारी केवल आई-वॉश है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय भी ऐसा ही कराया गया था। कुछ लोगों ने बंद लिफाफों में संभावित उम्मीदवारों के नाम दिए थे। लेकिन वह लिफाफे बिना खुले ही रह गए। ऐसे में तीन-तीन नामों की रायशुमारी पर कितना विचार किया जाएगा? कहना मुश्किल है।
अलग अलग नेताओं ने की रायशुमारी
विरेंद्र सचदेवा और अनिल गुप्ता उत्तरी दिल्ली के लिए महापौर व उपमहापौर पद के लिए रायशुकारी की है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के लिए डॉक्टर महेंद्र नागपाल और हर्ष मलहोत्रा ने लोगों से राय मांगी। पूर्वी दिल्ली नगर निगम के लिए मीरा अग्रवाल व मूलचंद चावला ने रायशुमारी की है।