-एक मात्र मुस्लिम बहुल चौहान बांगर सीट के लिए भी नहीं की गई तैयारी
-चौहान बांगर में 2012 में 7वें और 2017 में बीजेपी को मिला था 5वां स्थान
-इस सीट पर 2007 के निगम चुनाव में भी 5वें स्थान पर रही थी बीजेपी
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
दिल्ली में दो नगर निगमों के 5 वार्डों में हो रहे उपचुनाव के दौरान दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अंदर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश बीजेपी नेतृत्व पर पार्टी के अंदर ही आरोप लग रहे हैं कि यह चुनाव बिना पूर्व तैयारी के लड़ा जा रहा है। बीजेपी के लिए सबसे कमजोर साबित होती आ रही पूर्वी दिल्ली की चौहान बांगर सीट पर भी पार्टी कार्यकर्ता एकजुट नहीं हैं। हर बार चुनाव में पार्टी की बुरी तरह से हार के बावजूद बीजेपी के मुस्लिम कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी की जड़ें खोदने में जुटे हुए हैं।
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पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले चौहान बांगर वार्ड में उप चुनाव हो रहा है। इस वार्ड में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पूर्व विधायक आमने-सामने हैं। यहां से कांग्रेस पार्टी से पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद के बेटे चौधरी जुबेर अहमद प्रत्याशी हैं। वहीं आम आदमी पार्टी से पूर्व विधायक हाजी इशराक खान अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर मोहम्मद नाजिर अंसारी को अपना प्रत्याशी बनाया है।
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इस वार्ड में मुख्य मुकाबला कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच माना जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी पिछले कई चुनाव से इस सीट पर केवल नाम के लिए लड़ती आ रही है। इसके बावजूद बीजेपी के उम्मीदवार को उन्हीं के वर्ग के लोगों ने विवादित प्रत्याशी बना दिया है। इस वार्ड में बीजेपी कभी मुकाबले में रही ही नहीं है, इसके बावजूद दावा किया जा रहा है कि यदि यहां से कोई ढंग का प्रत्याशी उतारा जाता तो इस मुस्लिम बाहुल्य वार्ड में भाजपा दिल्ली में सबको चौंकाने वाला परिणाम दे सकती थी।
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यहां से मंडल अध्यक्ष मोहम्मद रूस्तम के समर्थक ही पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में नहीं हैं। उनकी ओर से सोशल मीडिया पर कई तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि रूस्तम यहां से टिकट के दावेदार थे, लेकिन उनके बजाय मो. नाजिर अंसारी को चुनाव लड़ाया गया है। नाजिर अंसारी के बारे में कहा जा रहा है कि वह 50 रूपये के एफीडेविट के लिए 200 रूपये वसूलते रहे हैं। उन्होंने लोगों को लोन दिलाने के नाम पर झूठे वादे कर रखे हैं। ऐसे में उन्हें वोट कौन देगा?
शाजिया या दूसरे नेता को लड़ाते चुनाव!
वार्ड में यह अफवाह भी फैलाई जा रही है कि कांग्रेस के नेताओं के साथ मिलीभगत कर बीजेपी नेताओं ने नाजिर अंसारी को टिकट दिलाया है। दूसरी ओर बीजेपी के अंदर से ही आवाज उठाई जा रही है कि पार्टी के पास शाजिया इल्मी और उन्हीं के जैसे दूसरे बड़े मुस्लिम नेता हैं, फिर छोटे नेताओं पर यह दांव क्यों खेला गया? अगले साल यानी 2022 में नगर निगम के आम चुनाव होने हैं। ऐसे में यह उपचुनाव ‘लिटमस टेस्ट’ की तरह लड़ा जा रहा है। ऐसे में पांच में से चौहान बांगर की एकमात्र मुस्लिम सीट पर बीजेपी नेतृत्व ने तैयारी के साथ उम्मीदवार क्यों नहीं उतारा? पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने सवाल उठाया कि जब आम आदमी पार्टी इसी सीट पर अपने एक पूर्व विधायक को लड़ा सकती है। कांग्रेस अपने पूर्व विधायक के बेटे को मैदान में उतार सकती है तो बीजेपी ने शाजिया या उन्हीं जैसे किसी बड़े नेता को चुनाव क्यों नहीं लड़ाया?
बीजेपी उम्मीदवार नहीं बचा सके अपनी जमानत
पूर्वी दिल्ली नगर निगम की चौहान बांगर सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए सबसे खराब नतीजे देने वाली रही है। नगर निगम के बंटवारे से पूर्व 2007 के निगम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार साजिद खान 1278 वोट लेकर पांचवें स्थान पर रहे थे। इसे पश्चात 2012 में इस सीट पर बीजेपी की स्थिति और खराब हो गई। 2012 के निगम चुनाव में बीजेपी की उम्मीदवार शाहीन 179 वोट लेकर सातवें स्थान पर रही थीं। साल 2017 के निगम चुनाव में बीजेपी ने इस सीट से सरताज अहमद को चुनाव मैदान में उतारा था और वह 289 वोट लेकर 5वें स्थान पर रहे थे। ऐसी स्थिति में इस सीट पर बीजेपी की ओर से टिकट के दावेदारों की आपसी खींचतान के जरिए पार्टी के अंदर चल रहे घमासान को आसानी से समझा जा सकता है।
वर्ष 2017 में हुए नगर निगम चुनाव में चौहान बांगर नगर निगम सीट के नतीजों पर एक नजरः-
अब्दुल रहमान, आम आदमी पार्टी- 8830
मो. जावेद बर्की, कांग्रेस- 6488
शागिल बेग, एआईएमआईएम- 2655
अशफाक, बहुजन समाज पार्टी- 293
सरताज अहमद, भारतीय जनता पार्टी- 289
नोटः 2017 के नगर निगम चुनाव में चौहान बांगर सीट सामान्य श्रेणी में आ गई थी।
वर्ष 2012 में हुए नगर निगम चुनाव में चौहान बांगर नगर निगम सीट के नतीजों पर एक नजरः-
आसमा बेगम, निर्दलीय- 9511
अस्मा बेगम, बीएसपी- 4189
रजिया सुल्तान, कांग्रेस- 3564
शबनम मिर्जा, समाजवादी पार्टी- 2249
नासरीन, जनता दल (सेक्यूलर)- 1529
खुर्शीद जहां, निर्दलीय- 413
शाहीन, भारतीय जनता पार्टी- 179
नोटः 2012 के नगर निगम चुनाव में चौहान बांगर सीट महिलाओं के लिए आरक्षित थी।
वर्ष 2007 में हुए नगर निगम चुनाव में चौहान बांगर नगर निगम सीट के नतीजों पर एक नजरः-
रजिया सुल्ताना, कांग्रेस- 3584
मसूद अली खान, निर्दलीय- 2869
अब्दुल रहमान, निर्दलीय- 2604
सीमा खातून, जनता दल (से)- 1833
साजिद खान, भारतीय जनता पार्टी- 1278
नोटः 2007 के नगर निगम चुनाव में चौहान बांगर सीट सामान्य श्रेणी में ही थी।