दिल्ली बीजेपी ने यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में उतारे 150 से ज्यादा नेता

-केंद्रीय मंत्रियों ने भी संभाली चुनावी कमान

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा आलाकमान ने दिल्ली के 150 से ज्यादा नेताओं को यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में चुनावी ड्यूटी पर लगा दिया है। दिल्ली के वरिष्ठ नेता इन तीनों राज्यों में पार्टी की जीत के लिए काम कर रहे हैं। एक वरिष्ठ बीजेपी नेता के मुताबिक अकेले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही 100 से ज्यादा सीनियर नेताओं और पदाधिकारियों को 44 विधानसभा क्षेत्रों में लगाया गया है।

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इनमें से कई नेताओं को जिला प्रभारी के रूप में काम करने के लिए तैनात किया गया है। ताकि चुनाव प्रचार और बूथ प्रबंधन को मजबूत किया जा सके। जिला और विधानसभा क्षेत्र स्तर पर पूरी कार्ययोजना को अंजाम देने का काम दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता कर रहे हैं। उनके सहयोग के लिए पार्टी ने वर्तमान प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह को काम पर लगाया है।

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यूपी में चुनावी ड्यूटी में तैनात दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक जहां पार्टी चुनाव लड़ रही है वहां मदद के लिए विभिन्न राज्यों के नेताओं को भेजने की प्रक्रिया होती है। दिल्ली से पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश नजदीक हैं। इन जगहों पर काम करने वाले पार्टी नेताओं का जमीनी स्तर पर भी कुछ असर होगा। इसलिए इन नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। खास बात यह है कि इन नेताओं को जातिगत समीकरणों को देखते हुए भी जिम्मेदारी सोंपी गई है।

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गौरतलब है कि दिल्ली बीजेपी के नेता पश्चिमी यूपी के नौ जिलों की 44 विधानसभा क्षेत्रों में कम से कम 50 दिन बिताएंगे। वे वहां पर स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर बूथ प्रबंधन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने पश्चिमी यूपी की इन 44 सीटों में से 32 पर जीत दर्ज की थी। पार्टी इस बार न सिर्फ अपनी स्थिति बरकरार रखना चाहेगी बल्कि और सीटों पर भी जीत दर्ज करना चाहेगी। इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है।
पार्षदों, पूर्व पार्षदों, पूर्व विधायकों व पूर्व पदाधिकारियों को मिली जिम्मेदारी
दिल्ली बीजेपी ने दिल्ली से बाहर जाकर काम करने की जिम्मेदारी अपने पार्षदों, पूर्व पार्षदों, विधायकों, पूर्व विधायकों व संगठन के पूर्व पदाधिकारियों को भी सोंपी है। इस काम में पार्टी ने अपने विभिन्न चुनावों में उम्मीदवार रहे लेकिन चुनाव हार चुके लोगों को भी लगाया है। बता दें कि इन विधानसभा चुनावों के बाद दिल्ली में भी नगर निगम के चुनाव होने हैं। इस वजह से पूरी पार्टी चुनावी मोड में आ गई है।