दिल्लीः डीडीसीए चुनाव में बड़ा सियासी तड़का

-अरूण जेटली और साहिब सिंह वर्मा के बेटे चुनावी मैदान में
-गौतम गंभीर के कोच भी आजमा रहे चुनाव में अपनी किस्मत

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट क्लब (डीडीसीए) के चुनाव में सियासत का जबदरदस्त तड़का लगा है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष और चार निदेशकों के पदों पर चुनाव होने हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और 14 साल तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली अघ्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे हैं। उनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री साहिब सिंह वर्मा के छोटे बेटे सिद्धार्थ साहिब सिंह भी चुनावी मैदान में है। पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर के कोच संजय भारद्वाज भी चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

यह भी पढ़ेंः मकर राशि में शनि-गुरू की युति… जानें किसकी बदलेगी स्थिति?

माना जा रहा है कि रोहन जेटली का अध्यक्ष चुना जाना तय है। उनके नाम को लेकर सभी वर्गो में सहमति है। डीडीसीए के पूर्व उपाध्यक्ष सीके खन्ना की पत्नी शशि कोषाध्यक्ष बनने की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा के इस्तीफा देने के कारण अध्यक्ष पद खाली हुआ था। अध्यक्ष के पद पर चुनाव के लिए रोहन जेटली के अलावा सुनील कुमार गोयल ने नामांकन दाखिल किया था। गोयल ने बाद में अपना नामांकन वापस ले लिया। बता दें कि लोढ़ा समिति की सिफारिशों के उल्लंघन के कारण भाजपा विधायक ओपी शर्मा को कोषाध्यक्ष के पद से हटाया गया था। इसके बाद से ही यह पद खाली है।

यह भी पढ़ेंः बीजेपी-राजः ना इलाज के लिए दवाईयां ना मच्छरों को मारने के लिए टैमीफॉस फिर भी डेंगू से बचाव के बड़े-बड़े दावे!

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के चुनावों की नई तारीखों का ऐलान किया था। डीडीसीए के चुनाव पांच से आठ नवंबर के बीच होने हैं। पहले यह चुनाव 17 से 20 अक्टूबर के बीच होने थे, लेकिन निर्वाचन अधिकारी नवीन बी चावला ने डीडीसीए के लोकपाल दीपक वर्मा की सलाह के बाद विवाद के चलते इन चुनावों को स्थगित कर दिया था।

यह भी पढ़ेंः नरेला अनाज मंडीः शैड के नाम पर…. नगर निगम की 500 करोड़ की संपत्ति दांव पर!

चुनाव उसी प्रक्रिया के तहत कराये जा रहे हैं जहां यह 10 अक्टूबर को रुके थे। इस दिन प्रत्याशियों को दिन में तीन बजे तक अपने नाम वापस लेने थे लेकिन ढाई बजे ही चुनाव स्थगित करने का नोटिस आ गया था। 17 अक्टूबर को 11 तक नाम वापसी का समय रख गया था। इसी दिन प्रत्याशियों की अंतिम सूची शाम को जारी की गई थी।