ठप होंगे निगम के अस्पताल… 19 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल

-निगम की स्वास्थ्य सेवाओं को केंद्र सरकार को सोंपने की मांग
-तुरंत तीन महीने की सेलरी जारी करने व स्थायी समाधान की मांग

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
आने वाले दिनों में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों व दवाखानों की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो सकती हैं। रेजिडेंट डॉक्टर्स के बाद अब निगम के सीनियर डॉक्टर्स भी आर-पार के मूड में आ गए हैं। सेलरी नहीं मिलने से परेशान डॉक्टर्स की एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि 18 अक्टूबर रविवार तक उनकी सेलरी नहीं दी तो 19 अक्टूबर से सभी डॉक्टर्स सामूहिक रूप से हड़ताल पर चले जाएंगे। यह फैसला डॉक्टर्स की एसोसिएशन म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएसन (एमसीडीए) की बैठक में किया गया। एमसीडीए ने रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल का भी समर्थन किया है।

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म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर आरआर गौतम ने बताया कि डॉक्टर्स को जुलाई, अगस्त और सितंबर यानी पिछले तीन महीनों से सेलरी नहीं मिली है। जब से कोरोना महामारी फैली है, उससे पहले से यह सिलसिला चला आ रहा है। सेलरी नहीं मिलने की वजह से डॉक्टर्स को अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है। एमसीडीए ने मांग की है कि ड्यूटी पर तैनात और सेवानिवृत हो चुके सभी डॉक्टर्स को तुरंत बकाया सेलरी और पेंशन का भुगतान किया जाना चाहिए।

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एमसीडीए ने मांग की है कि यदि नगर निगम के पास स्वास्थ्य सेवाओं को चलाने के लिए जरूरी साधन नहीं हैं तो निगम की स्वास्थ्य सेवाओं को तुरंत प्रभाव से केंद्र सरकार के हवाले कर देना चाहिए। डॉक्टर्स की मांग है कि उन्हें तुरंत बकाया एरियर्स का भी सेलरी के साथ ही भुगतान किया जाना चाहिए। निगम आयुक्त को लिखे पत्र में एमसीडीए ने चार मांगें रखी हैं। डॉक्टर्स ने इस पत्र की प्रति पीएमओ से लेकर गृह मंत्रालय तक भेजी है।