केंद्र के दखल से टले निगम चुनाव… एक होंगे तीनों नगर निगम… समय बढ़ाने की संभावना

-राज्य निर्वाचन आयोग ने नहीं किया चुनाव की तारीखों का ऐलान

पूनम सिंह/ नई दिल्ली, 9 मार्च, 2022
केंद्रीय गृह मंत्रालय के दखल के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने दिल्ली के तीनों नगर निगमों के चुनाव की तारीखों का ऐलान टाल दिया। माना जा रहा है कि अब तीनों नगर निगमों को एक करने के बाद ही दिल्ली नगर निगम के चुनाव कराये जायेंगे। बुधवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने कहा गृह मंत्रालय की ओर से उन्हें पत्र प्राप्त हुआ है, उस पर विचार किया जा रहा है। अतः अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया जा रहा है।

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कश्मीरीगेट स्थित निगम भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि बुधवार को अपरान्ह करीब साढ़े चार बजे गृह मंत्रालय की ओर से उन्हें पत्र प्राप्त हुआ है। इस पत्र में कहा गया है कि केंद्र सरकार तीनों नगर निगमों को एक करने सहित अन्य मुद्दों पर विचार कर रही है, अतः अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया जाये। एसके श्रीवास्तव ने आगे कहा कि ‘हमारे पास 18 मई तक का समय है, इससे पहले हमें चुनाव कराने हैं, नगर निगम चुनाव कराने के लिए हमें 29 से 30 दिन का समय चाहिए। अतः हमारे पास अभी काफी समय है और हम इसके कानूनी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।’

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बता दें कि साल 2017 में चुनाव के बाद 18 मई को उत्तरी दिल्ली नगर निगम, 19 मई को दक्षिणी दिल्ली नगर निगम और 22 मई को पूर्वी दिल्ली नगर निगम का गठन किया गया था। इसके आधार पर निर्वाचन आयोग के पास 18 मई तक समय चुनाव कराने के लिए है। बुधवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने तीनों नगर निगमों के चुनाव कराये जाने का ऐलान करने के लिए सांय 5 बजे प्रेस वार्ता का आयोजन किया था। लेकिन गृह मंत्रालय की ओर से पत्र भेजकर दखल दिये जाने के बाद चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया जा सका।
तीनों निगमों को एक करने के बाद होंगे चुनाव, बढ़ाया जा सकता है समय
केंद्रीय गृह मंत्रालय के दखल दिये जाने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अब तीनों नगर निगमों को एक करने के पश्चात ही दिल्ली नगर निगम के चुनाव कराये जायेंगे। दूसरी ओर ऐसा भी माना जा रहा है कि केंद्र सरकार नगर निगम को स्थगित कर इसका कार्यकाल 6 महीने आगे बढ़ा सकती है। हालांकि यदि तीनों नगर निगम एक भी किये जाते हैं तब भी चुनाव कराने के लिए अभी काफी समय है, अतः नगर निगमों को भंग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
नहीं कराना होगा दोबारा रोटेशन
एक सवाल के जवाब में राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके श्रीवास्त ने कहा कि ‘नगर निगम वार्डों का रोटेशन 272 वार्ड के आधार पर ही किया गया है, अतः यदि तीनों नगर निगम एक हो जाते हैं तब भी नये सिरे से वार्डों के रोटेशन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अतः चुनाव रोटेशन की वर्तमान स्थिति के आधार पर ही कराये जा सकते हैं।’
कही 8-10 दिन में फिर से मिलने की बात
राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने कहा कि ‘अभी हम ताजा हालातों पर कानूनी परिस्थितियों का जायजा ले रहे हैं, आने वाले आठ से 10 दिनों के बीच एक बार फिर से मीडिया के सामने नगर निगम चुनाव से जुड़ी परिस्थितियों के संबंध में लिये जाने वाले निर्णय को रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी हालातों में निगम चुनाव कराने की जिम्मेदारी राज्य निर्वाचन आयोग की ही है।