उपचुनावः 5 में से तीन सीट पर बीएसपी के हाथों में किस्मत का फैसला

-चौहान बांगर सीट पर एआईएमआईएम के बाहर होने से कांग्रेस को राहत!
-शालीमार बाग नॉर्थ सीट पर किस्मत आजमा रहे सबसे कम 3 उम्मीदवार
-ईस्ट की दो और नॉर्थ की एक सीट पर 6-6 उम्मीदवार चुनाव मैदान में

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के पांच वार्डों में हो रहे उप चुनाव में कुल 26 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। माना जा रहा है कि तीन सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला बहुजन समाज पार्टी के हाथों में है। वहीं पूर्वी दिल्ली की चौहान बांगर सीट पर इस बार असदुद्दीन आवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नहीं उतरने की वजह से कांग्रेस को राहत मिलने की उम्मीद है। सबसे कम 3 उम्मीदवार शालीमार बाग नॉर्थ वार्ड से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि उत्तरी दिल्ली की ही रोहिणी-सी और पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी ईस्ट व कल्याणपुरी वार्ड से 6-6 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं।

यह भी पढ़ें- बजट पर चर्चा के दौरान टूटी ‘डिवीजन’ की दशकों पुरानी परंपरा!

उत्तरी दिल्ली नगर निगम की राहिणी-सी सीट (सामान्य) से आम आदमी पार्टी ने पूर्व विधायक राम चंदर को चुनाव मैदान में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से राकेश गोयल दोबारा अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि कांग्रेस ने अपनी पूर्व निगम पार्षद मेमबती बरवाला को टिकट दिया है। इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने ओम प्रकाश पर अपना भरोसा जताया है। बता दें कि 2017 के निगम चुनाव में यह सीट जय भगवान ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर ही जीती थी। लेकिन बाद में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। ऐसे में एक बार फिर इस सीट पर बीएसपी के प्रदर्शन पर सभी लोगों की निगाहें टिकी हैं।

यह भी पढ़ें- निगम के पास हैं जादू वाले अस्पताल… बिना दवाईयों के कर डाला लाखों मरीजों का इलाज!

उत्तरी दिल्ली की शालीमार बाग नॉर्थ (महिला सामान्य) सीट पर इस बार सबसे कम तीन उम्मीदवार ही मैदान में हैं। इस सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता रहा है। आम आदमी पार्टी ने इस बार फिर से सुनीता मिश्रा को ही यहां से चुनाव मैदान में उतारा है। सुनीता मिश्रा 2017 का निगम चुनाव बीजेपी की रेनू जाजू से हार गई थीं। बीजेपी ने इस बार स्वर्गीय रेनू जाजू की पुत्रवधू सुरभि जाजू पर चुनावी दांव खेला है। वहीं कांग्रेस ने ममता को इस सीट पर टिकट दिया है। यहां बहुजन समाज पार्टी का कोई प्रभाव नहीं है। लेकिन कांग्रेस के ऊपर किसी भी उम्मीदवार की जीत का सारा दारोमदार टिका है।

यह भी पढ़ें- शिक्षा सत्र खत्म… 700 स्कूल, तीन लाख बच्चे लेकिन एक को भी नहीं मिलीं कॉपी-किताबें

पूर्वी दिल्ली नगर निगम की त्रिलोकपुरी ईस्ट (अनुसूचित जाति) सीट पर 6 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। आम आदमी पार्टी ने विजय कुमार को टिकट दिया है तो भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर ओम प्रकाश चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस के टिकट पर यहां से बालकिशन चुनाव लड़ रहे हैं। आप के कब्जे वाली इस सीट पर पिछली बार बहुजन समाज पार्टी ने 3403 वोट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया था। इस बार भी बीएसपी ने मनोज कुमार को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विक्की और रमेश चंद चुनाव मैदान में डटे हैं।

यह भी पढ़ें- DELHI: निगम उपचुनाव में… तीन पूर्व विधायक मैदान में!

पूर्वी दिल्ली की दूसरी कल्याणपुरी (अनुसूचित जाति) सीट पर भी इस बार 6 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर सियाराम पर दांव खेला है। जबकि आम आदमी पार्टी ने धिरेद्र कुमार को टिकट दिया है। कांग्रेस के टिकट पर धर्मपाल मौर्या दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। मौर्या 2017 का निगम चुनाव भी इसी सीट से लड़ चुके हैं। सबसे खास बात है कि बहुजन समाज पार्टी का इस सीट पर भी प्रभाव है और बीएसपी ने इस बार मनोज कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है। इनके अलावा कोमल और दीपक कुमार भी निर्दलीय बतौर इस सीट पर चुनाव मैदान में हैं।
पूर्वी दिल्ली की चौहान बांगर (सामान्य) सीट पर पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। खास बात है कि इस सीट पर इस बार असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम चुनाव मैदान में नहीं है। कांग्रेस ने पूर्व विधायक मतीन अहमद के बेटे चौधरी जुबैर अहमद पर दांव खेला है। जबकि आम आदमी पार्टी ने अपने पूर्व विधायक हाजी इशराक को चुनावी मैदान में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मो. जमीर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मोहसिन खान और जमील-उर-रहमान यहां से निर्दलीय बतौर चुनाव मैदान में हैं। बीएसपी के टिकट पर यहां कोई उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं है।