खड़े रह गए नेताजी और चले गए P & I विभाग के लोग

-बाइट देते रह गए स्थायी समिति अध्यक्ष नहीं रूकीं निदेशक
-पहली बार ऐसा हुआ जब नहीं रूका कोई भी कर्मचारी

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
नगर निगम के अधिकारियों ने सत्ता में काबिज निगम के बीजेपी नेताओं की खुलेआम फजीहत करना शुरू कर दिया है। मामला उत्तरी दिल्ली नगर निगम से जुड़ा है। निगम के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब स्थायी समिति अध्यक्ष मीडिया को बाइट देते रह गए और पब्लिसिटी एंड इनफॉरमेशन विभाग के आला अधिकारी सभागार छोड़कर चले गए। सबसे बड़ी बात तो यह है कि निदेशक महोदया विभाग के स्टाफ को भी अपने साथ ले गईं।

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दरअसल दिल्ली के तीनों नगर निगम के नेताओं ने सिविक सेंटर में गुरूवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया था। इसमें कोरोना से दिल्ली में होने वाली मौतों के आंकड़ों का खुलासा किया जाना था। निगम के इतिहास में इस तरह की संयुक्त प्रेस वार्ताओं का आयोजन पहले भी होता रहा है। लेकिन यह पहला मौका था जब कार्यभार संभालने के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम की पब्लिसिटी एंड इनफॉरमेशन विभाग की निदेशक पहली बार शामिल हुई थीं।

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प्रेस वार्ता का आयोजन सिविक सेंटर के ए विंग की दूसरी मंजिल पर स्थित स्थायी समिति के सभागार में किया गया था। इस प्रेस वार्ता की खास बात यह रही कि स्थायी समिति अध्यक्ष जय प्रकाश जेपी मीडियाकर्मियों को बाइट देते हुए खड़े रह गए। लेकिन प्रचार एवं सूचना निदेशक उनसे पहले सभागार को छोड़कर चली गईं। यहां तक कि उन्होंने अपने विभाग का कोई दूसरा कर्मी भी सभागार में नहीं छोड़ा।

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निगम के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। इससे पहले जब भी प्रेस वार्ताओं का आयोजन किया गया या फिर मीडियाकर्मियों के साथ नेताओं का परिचय रहा हो तो प्रचार एवं सूचना निदेशक एक भी मीडियाकर्मी के रहने ते वहां खुद मौजूद रहते थे। एमरजेंसी के हालातों में भी विभाग का कोई न कोई व्यक्ति अंतिम समय तक रहता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब निगम अधिकारी मनमानी पर उतर आए हैं और निगम के नेता उन्हें ऐसा करते हुए चुपचाप देखने को मजबूर हैं।
निगम के प्रचार प्रसार में नहीं दिलचस्पी
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पब्लिसिटी एंड इनफॉरमेशन विभाग के आला अधिकारियों की दिलचस्पी निगम के प्रचार-प्रसार में नहीं है। बल्कि उनकी दिलचस्पी निगम को कवर करने वाले पत्रकारों को ज्यादा से ज्यादा दूर रखने में है। यही कारण है कि पत्रकारों द्वारा मांगी जाने वाली जानकारी विभागीय अधिकारी न तो खुद दे रहे हैं और नाही दूसरे अधिकारियों से दिला रहे हैं। विभाग के हालात दयनीय होते जा रहे हैं।
नहीं भेजी गई प्रेस वार्ता की सूचना
नए निदेश के कार्यभार संभालने के बाद उत्तरी दिल्ली निगम की यह पहली प्रेस वार्ता थी। पहले आमतौर पर सभी पत्रकारों को प्रेस वार्ताओं की सूचना दी जाती थी। लेकिन इस प्रेस वार्ता में निदेशक की ओर से बहुत से पत्रकारों को सूचना ही नहीं दी गई। बताया जा रहा है कि कुछ खास पत्रकारों को ही इसकी सूचना दी गई थी। इसके बावजूद विभाग के अधिकारी ही नहीं कर्मचारी भी स्थायी समिति अध्यक्ष के साथ नहीं रूके।
देख रहे अधिकारियों की कार्यप्रणाली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के शीर्ष पद पर बैठे एक नेता ने कहा कि हम इन अधिकारियों की कार्यप्रणाली देख रहे हैं। वास्तव में इनकी दिलचस्पी काम करने में नहीं बल्कि निगम के पदों पर कब्जा करने में है। निगम की छवि सुधारने का काम प्रचार एवं सूचना निदेशालय का है। लेकिन इन अधिकारियों के काम संभालने के बाद से निगम की छवि और ज्यादा खराब हुई है। जल्दी ही इस मामले में जरूरी कदम उठाए जाएंगे।