बीजेपी की मार… ग्रीन पार्क के आसपास के इलाकों में ज्यादा चुकाना होगा पार्किंग शुल्क

-दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने बढ़ाईं सरफेस पार्किंग के शुल्क की दरें
-शुल्क बढ़ाने के पीछे मल्टी लेबल पार्किंग को बढ़ावा देने का बहाना

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
पार्किंग, विज्ञापन, टोल टैक्स और दूसरे कुछ स्रोतों से वांछित राजस्व नहीं वसूल पाने वाले भारतीय जनता पार्टी शासित नगर निगम ने अब लोगों पर पार्किंग शुल्क के रूप में दोहरा भार डाला है। अब दिल्ली के ग्रीन पार्क इलाके में सरफेस पार्किंग में अपनी गाड़ियां पार्क करने पर लोगों को ज्यादा शुल्क चुकाना होगा। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति ने बुधवार को एक प्रस्ताव पास करके लोगों के ऊपर यह भार डाला है।

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हालांकि इस अतिरिक्त भार को सही ठहराने के लिए ग्रीन पार्क इलाके में नवनिर्मित मल्टीलेबल पार्किंग को बढ़ावा देने का बहाना बनाया जा रहा है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में सदन के नेता नरेंद्र चावला का इस बारे में कहना है कि ग्रीन पार्क में स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग की ओर वाहनों को आकर्षित करने के लिए सरफेस पार्किंग स्थलों की दरों में मामूली वृद्धि का फैसला किया गया है। इस बारे में नरेंद्र चावला ने कहा कि ग्रीन पार्क में पूरी तरह से स्वचालित पार्किंग सुविधा होने के बावजूद, आसपास के क्षेत्रों में वाहनों को बेतरतीब ढंग से पार्क किया जा रहा है। जिसके परिणामस्वरूप दिन भर अराजकता बनी रहती है।

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बता दें कि एक ओर कोरोना के नाम पर पार्किंग ठेकेदारों को कई महीने का मासिक शुल्क जमा कराने से छूट देकर बड़ा फायदा पहुंचाया गया है। दूसरी ओर अब ग्रीन पार्क इलाके में चल रहीं सरफेस पार्किंग के शुल्क में भारी बढ़ोतरी करके आम लोगों की जेब पर अवैध रूप से भार डाला जा रहा है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के इस फैसले पर सार्थक जन मंच और स्वराज जनता पार्टी ने विरोध जताया है। स्वराज जनता पार्टी के अध्यक्ष ब्रिजेश शुक्ला ने कहा कि बीजेपी ने केवल ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया है।