अलीगढ़ जहरीली शराब कांडः 108 की मौत का जिम्मेदार… बीजेपी नेता गिरफ्तार

-अलीगढ़ शराब कांड का मुख्य आरोपी और 1 लाख का इनामी ऋषि गिरफ्तार

एसएस ब्यूरो/ अलीगढ़
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में नकली शराब का कहर जारी है। इस बीच जिले में 108 लोगों की जान जहरीली शराब से जा चुकी है। पुलिस ने इस शराब कांड के मुख्य आरोपी और बीजेपी नेता ऋषि शर्मा को रविवार की सुबह बुलंदशहर बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इससे पहले शनिवार को पुलिस ने एक अन्य आरोपी 25 हजार के इनामी को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी से पहले भाजपा नेता ऋषि शर्मा के अवैध रूप से बनाये गये फार्म हाउस को जेसीबी चलवाकर ध्वस्त करा दिया गया।

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पुलिस की टीमें 6 राज्यों में पिछले 9 दिन से शातिर माफिया अपराधी की तलाश कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर बुलंदशहर में चेकिंग के दौरान ऋषि को गिरफ्तार कर लिया गया। अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड के बाद मुख्य आरोपी ऋषि शर्मा पर घटना वाले दिन 50 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। जिसके बाद पुलिस की 6 टीमें 6 राज्यों में उसे तलाश कर रही थीं। शनिवार को एडीजी आगरा ने इनाम की राशि बढ़ाकर 1 लाख रूपये कर दी थी। वहीं अलीगढ़ एसएसपी ने 24 घंटे में इस शातिर अपराधी को पकड़ने का टीमों को अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद पुलिस ने इस शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। अब तक उसके परिवार के पांच लोगों को जेल भेजा जा चुका है।

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अलीगढ़ और आस पास के इलाकों में जहरीली शराब से लोगों की मौत होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। शिकंजा कसे जाने के बाद कार्रवाई के डर से माफियाओं ने जहरीली शराब को नहरों में बहा दिया था। जिसकी वजह से सबसे पहले जवां नहर में बहकर आये देशी शराब के पऊए पीने से 10 मजदूरों की मौत हो गई थी। इसी तरह से अकराबाद में शेखा नहर में मिले पऊए पीने से भी मजदूरों की हालत बिगड़ गई थी। शनिवार को बिहार निवासी पांच मजदूरों की मौत अलीगढ़ के जेएन मेडीकल कॉलेज में उपचार के दौरान हो गई थी।
17 मुकदमों में हुए 61 गिरफ्तारी
पुलिस अब तक 50 हजार रुपये के इनामी विपिन यादव, 25 हजार रुपये के इनामी मुनीश शर्मा और नीरज चौधरी को गिरफ्तार कर चुकी है। एक लाख रुपये के इनामी आरोपी ऋषि शर्मा के दो भाइयों, पत्नी, बेटा एवं भांजे को पहले ही पुलिस टीमों द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक 17 मुकदमों में 61 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। आपको बता दें कि ऋषि को पकड़ने के लिए पुलिस की 6 टीमें 6 राज्यों में दबिशें दे चुकी थीं। एसएसपी कलानिधि नैथानी लगातार इन टीमों की मॉनिटरिंग कर रहे थे।
इस तरह पुलिस के हत्थे चढ़ा ऋषि शर्मा
ऋषि शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों ने लगभग 500 से ज्यादा नंबरों की कॉल डिटेल खंगाली। इसके अलावा 100 से ज्यादा रिश्तेदारों के यहां रेकी करके जानकारी जुटाई गई और अलग-अलग जिलों में पुलिस ने अपने 100 से ज्यादा मुखबिरों को एक्टीवेट कर दिया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ऋषि से सघन पूछताछ करने के लिए कोर्ट से पुलिस कस्टडी मांगी है। इसके साथ ही इंटेरोगेशन के लिए अलग से टीम गठित की गई है।
2 दिनों में हुई ताबड़तोड़ छापेमारी
आपको बता दें कि ऋषि की गिरफ्तारी के बाद अब तक कुल 17 मुकदमों में पिछले 2 दिन में ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद अब तक कुल 61 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शराब प्रकरण में अब तक गिरफ्तार अभियुक्तों के बयान व निशानदेही के आधार पर भारी मात्रा में अपमिश्रित शराब (7476 लीटर अवैध शराब), 540 खाली पव्वा, 6744 नकली ढक्कन, 3440 से अधिक रेपर, 5910 फआर कोड, 1 हजार लीटर से अधिक स्प्रिट, 150 से अधिक अवैध शराब की पेटी, पैकिंग कार्टून सहित सदिंग्ध दस्तावेज बरामद किए जा चुके हैं। इसके अलावा 4 चार पहिया गाड़ियां भी सीज की जा चुकी हैं।
मौत के सौदागर का ध्वस्त किया फार्म हाउस
बता दें कि गिराफ्तार किया गया बीजेपी नेता अलीगढ़ जिले के छेरत इलाके से बीडीसी है। शराब कांड में फरार चले आ रहे मुख्य आरोपी भाजपा नेता बीडीसी ऋषि शर्मा के थाना जवां क्षेत्र स्थित फार्म हाउस पर शनिवार को प्रशासन ने जेसीबी चलवा दी थी। एसडीएम कोल रंजीत सिंह के नेतृत्व में गई टीम ने गांव छेरत में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। फार्म हाउस का कुछ भाग सरकारी जमीन घेरकर बनाये जाने की बात प्रशासन की जाचं में सामने आई थी।
नहर में तलाशा जा रहा जहरीली शराब का जखीरा
जवां व अकराबाद क्षेत्र में नहर में बहकर आई अवैध शराब के सेवन से कई लोगों की जान जा चुकी हैं। ऐसे में अब सिंचाई विभाग ऊपरी गंगा नहर की सफाई कराने के साथ ही अवैध शराब को खोजकर नष्ट करेगा। डीएम ने सिंचाई विभाग को दो दिन नहर बंद करने निर्देश दिए हैं। विभाग नहर बंद कर नहर सफाई कराएगा और जहरीली शराब की तलाश करके उसे नष्ट करेगा। बताया जा रहा है कि शराब माफिया ने कार्रवाई के डर से नकली जहरीली शराब को नहरों में बहा दिया है।
हर सियासी दल में रही ऋषि की पैठ, सत्ता के साथ बदलता रहा दल
जहरीली शराब कांड में 1 लाख रूपये के इनामी ऋषि शर्मा की सत्ता दल में हमेशा पैठ रही है। बसपा के साथ तो उसका बीजेपी से भी तगड़ा रिश्ता रहा है। लंबे समय तक वह बहुजन समाज पार्टी से जुड़ा रहा। 2015 में ऋषि शर्मा की पत्नी रेनू शर्मा ब्लाक प्रमुख बनी तो उसके बाद बसपा में सक्रियता और बढ़ गई। हालांकि वह मौके को देखकर सत्ता बदलने के साथ दल बदलता रहा है। उसके सबसे अधिक फोटो बसपा और भाजपा के नेताओं के साथ के वायरल हो रहे हैं। बीजेपी नेता ऋषि शर्मा अपनी पत्नी रेनू शर्मा के नाम पर ठेका चलाता है। इन्हीं ठेकों से जहरीली शराब पीने वालों की मौतें हुई हैं। ये पंचायत सदस्य है और इसका भाई मुनि शर्मा बीजेपी के एमएलसी जयवीर सिंह का करीबी है। अलग अलग नामों से ऋषि शर्मा के करीब 40 सरकारी ठेके बताये जा रहे हैं।
2015 में पत्नी को बनाया ब्लॉक प्रमुख
2015 में बसपा से जवां ब्लाक से ऋषि शर्मा ने अपनी पत्नी रेनू शर्मा को मैदान में उतारा था। रालोद से मोमराज सिंह ने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाया था। रेनू शर्मा करीब पांच हजार वोट से जीत गई थीं। इसके बाद ऋषि शर्मा ब्लाक प्रमुख के पति के रूप में चर्चित हो गया था। लेकिन 2017 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार आ गई थी। इसके बाद वह 2018 में बीजेपी में शामिल हो गया था। फिर इसके बाद भाजपा नेताओं के साथ सक्रियता बढ़ती चली गई। पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं के साथ ऋषि शर्मा ने मंच सांझा किया। इसकी फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर कई दिनों से वायरल हो रही हैं।
साल 2019 में ऋषि शर्मा भाजपा के टिकट पर जवां से भूमि विकास बैंक का अध्यक्ष चुना गया। पंचायत चुनाव में कस्तली से निर्विरोध बीडीसी चुना गया। इस बार वह जवां से ब्लाक प्रमुख के लिए तैयारी कर रहा था। बताया जाता है कि ब्लाक प्रमुख की सूची में जिले से भाजपा नेताओं ने ऋषि शर्मा का नाम भी भेजा था। शराब का पुराना कारोबार होने के चलते वह मौका देखकर सत्ताधारी दल के नेताओं के साथ अपनी पहुंचकर बनाकर काम निकलवा लिया करता था। इसलिए सपा सरकार में भी आबकारी विभाग ने इसके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए थे लेकिन अपनी पहुंच की वजह से उसने अपना नाम निकलवा लिया था।