-चार महीने से दो हजार शिक्षक बेरोजगार, जॉइनिंग के लिए काट रहे शिक्षा निदेशालय के चक्कर
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी की सियासत भी अजब-गजब है। खुद केजरीवाल सरकार के विद्यालयों में पढ़ाने वाले पीजीटी अतिथि शिक्षक बीते चार महीनों से बेरोजगार हैं। लेकिन नगर निगम चुनाव की सियासी ललक में नगर निगम के शिक्षकों पर दिल्ली सरकार का प्यार उमड़ पड़ा है। दिल्ली सरकार ने जून में अपने करीब दो हजार शिक्षकों को जॉब से रिलीव कर दिया गया था। तब से अब तक इन्हें जॉइनिंग नहीं मिली है। दुबारा जॉइनिंग के लिए वह शिक्षक लगातार शिक्षा निदेशालय के चक्कर लगा रहे हैं।
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बता दें कि इन शिक्षकों को पहले 16 अक्टूबर तक जॉइनिंग देने के लिए कहा गया था। लेकिन जॉइनिंग नहीं मिली तो सोमवार 25 अक्टूबर को इन शिक्षकों के सब्र का बांध टूट गया। शिक्षकों ने शिक्षा निदेशालय के बाहर प्रदर्शन किया। देर शाम तक शिक्षक वहीं डटे रहे। शिक्षकों का कहना है कि इतने दिनों से काम ना होने के कारण उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।
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ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन की और से उप-राज्यपाल को पत्र लिख कर उनकी समस्या पर विचार करते हुए जॉइनिंग कराने की मांग की है। एसोसिएशन ने अपने पत्र में तत्काल शिक्षकों को बहाल करने और शिक्षकों के वेतन में बढ़ोतरी की मांग की है। गौरतलब है कि हाल ही में लंबे समय से बेरोजगार चल रहे दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के कांट्रैक्ट टीचर्स को केजरीवाल सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत नगर निगम के विद्यालयों में बहाल किया गया है। जबकि खुद दिल्ली सरकार के विद्यालयों में पढ़ाने शिक्षक मारे-मारे फिर रहे हैं।